भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कोरोना / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हर देशोॅ में एक्के-रोना
कहाँ से ऐलै रोग करोना
स्कूल कॉलेज बंदी-बंदी
व्यापारों में सगरे मंदी।

काढ़ा पीयॉे मास्क लगाबोॅ
केकरो घर नै आबांे-जाबॅें।
 कोविड-19 नाम बताबै
जेकरा पकड़ै खूब सताबै।

आक्सीजन के चक्कर लागै
डोॅर सॅ सौसे दुनिया जागै।
गाछ लगाबोॅ, रोग भगाबोॅ
बंद करोॅ सब रोना-धोना
चलोॅ भगाबोॅ रोग करोना।