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कोल-कोलासी / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'
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कोल-कोलासी, भादो मासी
कोलपद्दी लागै छै बासी
चुटकी सॅे उछली बतलाबै
कन्नें दिल्ली, कन्नें कासी।
कच्चा आमी के बीचोॅ में
चिक्कन लागै छै नीचॉे मॅ
चीरै हँसुआ धार गढ़ासी
निकलै गुठली कोल-कोलासी।