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कौना के अँगना फाग मची है / बुन्देली
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बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कौना के अँगना फाग मची है कौना के आ गये सजना
मोरो भलौ महीना फागौना।
जनकजू के अँगना फाग मची है दशरथजू से आ गये सजना।
मोरो भलौ महीना...
कौना की भीगें सुरख चुनरियाँ कौना के भीगें पागाना।
मोरो भलौ महीना...
सुनैना की भीगें सुरख चुनरियाँ काना दशरथ के भीगें पागाना।
मोरो भलौ महीना...
काना जो सूखें सुरख चुनरियाँ काना सूखें पागाना
मोरो भलौ महीना...
खुटिलन सूखें सुरख चुनरियाँ छत्तन सूखें पागाना।
मोरो भलौ महीना फागौना।