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कौन कहता है / महेन्द्र भटनागर
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कौन कहता है कि मेरे चांद में जीवन नहीं है ?
- चांद मेरा खूब हँसता, मुसकराता है,
- खेलता है और फिर छिप दूर जाता है,
कौन कहता है कि मेरे चांद में धड़कन नहीं है ?
- रात भर यह भी किसी की याद करता है,
- देखना, अक्सर विरह में आह भरता है,
कौन कहता है कि मेरे चांद में यौवन नहीं है ?
- है सदा करता रहा संसार को शीतल,
- है सदा करता रहा वर्षा-सुधा अविरल,
कौन कहता है कि मेरे चांद में चन्दन नहीं है ?