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कौन चतुर सुजान / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित
Kavita Kosh से
सबने कन्नी काट ली
मुंह मोड़ लिया
पैसे की दोस्ती
कितने दिन की!
यह मुहब्बत या
मौका परस्ती कितने दिन की
कोई नहीं जानता!
पर
मैं जानता हूँ
समय कम है
आप पागल बना रहे हैं
किसी को
यह आप का भ्रम है
और दूसरा जिसे
आप बेवकूफ समझ रहे हैं
वह अपनी
मूर्खता पर मुस्करा रहा है
बिना कहे