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कौन मान लेगा कीरतुण्ड की कठोरता में / नाथूराम शर्मा 'शंकर'

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कौन मान लेगा कीरतुण्ड की कठोरता में,
कोमलता तिल के प्रसून की समाई है।
सैकडों नकीले कवि, खोज-खोज हारे पर,
ऐसी नासिका की और उपमा न पाई है॥