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कौशल्या रानी अपने लला को दुलरावे / भजन
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					कौशल्या रानी अपने लला को दुलरावे
सुनयना रानी अपनी लली को दुलरावे 
मुख चू्मे और कण्ठ लगावे 
मन में मोद में मनावे 
कौशल्या रानी 
मन में मोद में मनावे 
शिव ब्रह्मा जाको पार न पावे
निगम नेति कहि गावे
कौशल्या रानी 
निगम नेति कहि गावे
हरि सहचरि बड़ भाग्य निराली
अपनी गोद खिलावे
कौशल्या रानी 
अपनी गोद खिलावे
 
	
	

