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क्या होगा / वीरा
Kavita Kosh से
मां
अगर मैं न सीखूँ
खाना बनाना
तो क्या होगा?
हमारी बदनामी होगी-
समाज में, तेरे ससुराल में
मां
अगर मैं न कर पाऊं
कशीदाकारी - घर की सफाई
गृहस्थी की मांगे पूरी
तो क्या होगा?
कट जाएगी नाक तेरे पिता की
हम किसी को नहीं रह जायेंगे
मुँह दिखाने के काबिल
मां यदि मैं
भाई की तरह
सड़कों पर घूमना चाहूँ
देर से घर आना चाहूँ
बकना चाहूँ गालियां मदार्ने ढंग से
लिपटी रहना चाहूँ पेंट शर्ट् में
न मानना चाहूँ
तुम्हारी चारदीवारी के अन्दर
के नियम
तो क्या होगा
तू हमें जीते जी मार देगी
नर्क में भी ठौर नहीं मिलेगा हमें
मां
मैं यह नहीं जानना चाहती
कि तुम लोगों और
दूसरों के जीवन में क्या होगा
मैं यह जानना चाहती हूँ
कि मेरे अपने जीवन
में क्या होगा?