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क्या होता ई-मेल, सुनो! / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
समझ न पाए तो अब समझो,
क्या होता ई-मेल सुनो!
आया है ई-मेल चीन से
खबर गई जापान में,
भैया ने ई-मेल किया तो
लगा कि बाले कान में।
दिल से दिल को मिला रहा जो
अजब-अनोखा खेल, सुनो!
अमरीका से पापा लिखते-
बोलो, कैसी तबीयत है?
मम्मी ने ई-मेल पढ़ा तो
लिखा कि अब तो राहत है।
झटपट-झटपट बात कराए,
जादूगर ई-मेल, सुनो!
बिना टिकट का एक लिफाफा
पल में चक्कर काटे,
लिखो प्यार की बातें, सबका
ही सुख-दुख जो बाँटें।
दूत यही है नए जमाने
का प्यारा ई-मेल, सुनो!