पृथ्वी,
क्योंकर तुमने
जनम दिया था हमें?
पृथ्वी,
हम मनुष्य
तुम्हारे उस प्राचीन कर्म का फल हैं।
पृथ्वी,
हम तुम्हारी देह पर पले हैं
लेकिन तुम्हारे योग्य नहीं हैं।
पृथ्वी,
हम अधम हैं, नीच हैं, गिरे हुए हैं।
पृथ्वी,
हमें क्षमा नहीं करना
क्योंकि हम क्षमा के भी योग्य नहीं हैं।
पृथ्वी,
हमें केवल नष्ट करना।
कोई ऐसा पग भरना
कि
हमारा
नाम तक
शेष नहीं रहे।