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क्वी हाल नी दिखेणा चुचौं कुछ करा / वीरेंद्र पंवार
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क्वी हाल नी दिखेणा चुचौं कुछ करा
पौड़ छन पिछेणा चुचौं कुछ करा
नांगो छौ त नंगी ही रेगी नांग
तिमला छन खत्येणा चुचौं कुछ करा
अज्युं तलक बी मैर कखी त बांग देंद
कखि नि ऐ बियेण्या चुचौं कुछ करा
छाडिकी फटगीक बीं बुखो इ पै
चौंळ छन बुस्येणा चुचौं कुछ करा
रड़दा पौड़ टुटदा डांडौ देख्यकी
ढुंगा छन खुदेणा चुचौं कुछ करा
द्व्वता सब्बि पोड्या छन बौंहड़
झणि कब होला दैणा चुचौं कुछ करा।