खदेड़ने की वजह थी / बैर्तोल्त ब्रेष्त / उज्ज्वल भट्टाचार्य
मैं पला बहैसियत
खाते-पीते लोगों के बेटे की तरह । माता-पिता ने
मेरे गले में टाई बान्ध दी और मुझे सिखाया
काम लेते रहने का आदी बनना
और हुक़्म चलाने में माहिर बनना । लेकिन
जब मैं बड़ा हुआ और देखा अपने चारों ओर
पसन्द नहीं आए मुझे अपने वर्ग के लोग
पसन्द नहीं आया हुक़्म चलाना और काम लेना
और मैं चल पड़ा अपना वर्ग छोड़कर
गए-बीते लोगों की ओर ।
इस तरह
उन्होंने पाला-पोसा एक बेईमान को, उसे सीख दी
अपने हुनर की, और उसने
उनका भेद खोल दिया, दुश्मन के सामने ।
हाँ, मैं उनके राज़ खोलता हूँ । जनता के बीच
खड़ा हूँ मैं और कहता हूँ
कैसे वे धोखा देते हैं, और आगाह करता हूँ आनेवाली विपदाओं से,
क्योंकि मैं
उनके इरादों से वाक़िफ़ हूँ ।
रिश्वत खा चुके उनके पादरियों की लातिनी भाषा का
हूबहू अनुवाद करता हूँ मैं बोलचाल की भाषा में, और वो
ढपोरशंख साबित हो जाती है । इंसाफ़ के उनके तराजू को
उतार लाता हूँ मैं और दिखाता हूँ
कि पलड़े बराबर नहीं हैं । और उन्हें पेश करनेवाले रपट देते हैं
कि मैं उठता-बैठता हूँ लुटे-पिटे हुए लोगों के साथ, जब वे
बग़ावत की तैयारी कर रहे होते हैं ।
उन्होंने मुझे चेतावनी दी और मुझसे छीन लिया
जो कुछ मुझे अपने काम के ज़रिए मिलता था ।
और जब मैं सुधरा नहीं
धावा बोला उन्होंने मुझ पर, लेकिन
मेरे घर में
उन्हें सिर्फ़ ऐसी रचनाएँ मिलीं, भेद खोले गए थे जिनमें
जनता के ख़िलाफ़ उनके हमलों के । और फिर
मेरे ख़िलाफ़ उन्होंने एक हुलिया जारी किया
मुझपर नीच विचारों का आरोप लगा, यानी कि
नीचे पड़े लोगों के विचारों का ।
जहाँ से मैं आया हूँ, वहाँ मैं इस क़दर दाग़ी बना
मालिकों के सामने, पर जिनकी कोई मिल्कियत नहीं है
उन्होंने हुलिए को पढ़ा और
पनाह दी मुझे. तुम्हें, उन्होंने बताया
वे खदेड़ते हैं
तो इसकी वजह है ।
मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य