ख़बर उड़ी है / भावना तिवारी
ख़बर उड़ी है
'रामकली' की बिटिया भाग गयी
नाले पार मिला 'कुरता'
कुछ और कहानी कहता है
बड़े दिनों से, गिद्ध चिड़ी पर
नज़र गढ़ाये थे
घर के भीतर-बाहर उस पर
घात लगाये थे।
डाँट डपट कर, सूरज पहरा,
देता आठ पहर
और चाँदनी ने हँसिये से
ज़ोर दिखाए थे
ख़बर बड़ी है
बिन ब्याहे ही बिटिया भाग गयी
'छप्पर: में' कोठी' जाना
कुछ और कहानी कहता है
जितने मुँह हैं, उतनी बातें
किसका मुँह पकड़े,
'पंचायत' में, कौन सुने
प्रतिवादी हैं तगड़े।
सीना ताने आरोपी
अल्लाता जी भर कर
मुछमुंडे आदर्श खोखले
नियम हुए लँगड़े।
ख़बर खड़ी है
बिना कहे कुछ बिटिया भाग गयी
'पोस्मार्टमी' ब्यौरा चुप
कुछ और कहानी कहता है
मूड़ फुटव्वल करती चीख़ें
अपना हक़ माँगे।
झोपड़ियों पर दावेदारी
ज़मीदार दागे
जबरन ख़ुशबू लूट रहे हैं
माली बेबस है
कलियाँ हैं लाचार न जाने
कब क़िस्मत जागे
ख़बर जड़ी है
हर 'चैनल' पर बिटिया भाग गयी
कुछ भँवरों का गुम होना
कुछ और कहानी कहता है