भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

ख़ुदा की नज़रों में / वेरा पावलोवा

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

ख़ुदा की नज़रों में
बढ़िया था यह

और आदम की निग़ाहों में
यह था बहुत शानदार

हव्वा की नज़रों में
था यह कामचलाऊ

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल