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ख़ैरियत / वीरा
Kavita Kosh से
मेरी मित्र ने
पत्र में मुझे लिखा--
कैसी हो? ठीक तो हो?
मैंने उसका पत्र
उठा कर
एक लिफ़ाफ़े में बन्द किया
लिफ़ाफ़े पर
अपनी मित्र का पता लिखा
और उसे डाक में डाल दिया।