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खाना खजाना: नये चाँवल पकाना / नासिर अहमद सिकंदर
Kavita Kosh से
एक गिलास चाँवल में
दो गिलास पानी डालें
चाँवल यदि नये
तो चार
अब उबालें
पक जायें जब चाँवल
यानी उंगलियों से दबने लगंे
तो पसायें
पसा हुआ पानी
फेकें मत
‘पसिया’ है यह
आपको पता नहीं शायद
आपकी जानकारी के लिये बताऊं
हमारे शहर की
झुग्गी झोपड़ियों में
अभावग्रस्त जीते लोग
इसमें नमक डाल
पेय सा पीकर इसे
दिनभर का
पेट भरते हैं ।