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खुदा ने है किस्मत में क्या लिख दिया / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
खुदा ने है किस्मत में क्या लिख दिया ।
वफ़ादार को बेवफ़ा लिख दिया।।
सदा जिंदगी की जरूरत है जो
दिया घोल कर विष दवा लिख दिया।।
लगी साँस घुटने थी जिसमें उसे
किसी ने है बागे सबा लिख दिया।।
न ख्वाहिश ही उल्फ़त के पैग़ाम की
मगर उसने जो भी कहा लिख दिया।।
गुजर जो गये दिन तसव्वुर बने
उन्हें हमने ख्वाबे वफ़ा लिख दिया।।
हमारे लिये थम गई जिंदगी
मुकद्दर ने पर रास्ता लिख दिया।।
परों में न ताकत है परवाज़ की
निगाहों में पर आसमां लिख दिया।।