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खैरलांजी / विजय चोरमारे / टीकम शेखावत
Kavita Kosh से
सूचना का विस्फोट
दुनिया का एक गाँव में तब्दील हो जाना
सँचार की क्रान्ति
किसी के मुट्ठी में इण्डिया, वन इण्डिया
लैण्डलाइन, वायरलेस, मोबाइल, इन्टरनेट
एम० एम० एस०, ई० मेल, चैटिंग
हो रहीं है चर्चाएँ और छा रहें हैं परिसंवाद
मानदेय पाने वाले
पारम्परिक ठेकेदार बैठे है ए० सी० में!
कोई नहीं बोल रहा
किन्तु
सारे गाँव ने मिलकर जो हत्याकाण्ड किया
उसकी ख़बर
कैसे नहीं पहुँची इतने दिनों तक
अब बदलनी चाहिए इंसाफ़ की कसौटी
निन्यानवे निरपराध फाँसी पर चढ़ जाएँ
कोई बात नहीं
परन्तु, छूट न पाए एक भी गुनहगार
मूल मराठी से अनुवाद — टीकम शेखावत