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गणेश जी निमंत्रण के गीत / 6 / राजस्थानी
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राजस्थानी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
चालो बिनायक आपा बजाजा र चाला, पीला मुलावशा ओ राज
ओ राज म्हारा बिरद बिनायक।
सुंड सुंडालो बाबो धंुध धुंद्यालो, ओ छी सी पींडया कामण गारा,
ओ राज म्हारा बिरद बिनायक।
मखमल री टोपी बाबा जरकस जामा, बुढ़ारा बालक होय आई ज्यो,
ओ राज म्हारा बिरद बिनायक।
चालो बिनायक आपा सोनीडारा चाला, चोखा चोखा गेणा घड़ावा,
ओ राज म्हारा बिरद बिनायक।
चालो बिनायक आपा कंदोई र चाला, घेवर मुलाबाना न,
ओ राज म्हारा बिरद बिनायक।
चालो बिनायक आपा बजाजा र चाला, पीला मुलावशा ओ राज
चालो बिनायक आपा चिरोई र चाला, चुड़ला चिरावा ओ राज
चालो बिनायक आपा तंबोली र चाला, बिड़ला मुलावशा ओ राज
चालो बिनायक आपा खातीड़ा र चाला, ढोल्या मुलावशा ओ राज
चालो बिनायक आपा सजना र चाला, बनणी परणीजा,
ओ राज म्हारा बिरद बिनायक।