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गलत राह से जो गुजरते नहीं हैं / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
गलत रास्ते से गुजरते नहीं है ।
समय को कभी वे अखरते नहीं हैं।।
हरिश्चंद्र दशरथ से होते अमर वो
जो अपने वचन से मुकरते नहीं हैं।।
चमन का है उस अब खुदा ही निगहबाँ
जो माली के हाथों सँवरते नहीं हैं।।
कुपथ पर है जिसका पड़ा ही नहीं पग
कभी मौत को देख डरते नहीं हैं।।
भरोसा करें जो सदा बाहुबल पर
किसी का भी हुक्का वो भरते नहीं हैं।।
सदा धूल धन मात नारी को समझा
कभी वो बिना मौत मरते नहीं हैं।।
मिले हैं सुसंस्कार बचपन से जिसको
कभी वो गलत काम करते नहीं हैं।।