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गलियारा / ओक्ताविओ पाज़
Kavita Kosh से
हवा से ज़्यादा
पानी से ज़्यादा
होंठों से भी ज़्यादा
हलका है हलका
तुम्हारा शरीर
तुम्हारे शरीर का अवशेष है ।