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गाछी केॅ हैरंग हिलावोॅ नैं / मथुरा नाथ सिंह 'रानीपुरी'

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गाछी केॅ है रंग हिलाबोॅ नैं
गाछी केॅ पत्ता झड़ाबोॅ नै
रंग-बिरंगोॅ गाछी सें भावै फुलवारी
गम-गम गमकै छै सभ्भे घर-आंगन-द्वारी
सरंगोॅ केॅ सुरभी मिटाबोॅ नै।

एके बगिया में पीपर, कटहर, जामुन छै
अपना कन ई समता रोॅ केन्होॅ कानून छै
भैया रोॅ भवना मिटाबोॅ नै।

लागै की छै रंग-बिरंगोॅ सुन्दर पत्ता
घोॅर ऐंगन सभ्भे केरोॅ एक्के छै छत्ता
गाछी लगावोॅ कटावोॅ नै।

गाछी सें खिललोॅ छै को रंग संस्कृति प्यारी
भावे छै की फूल-पतैया क्यारी-क्यारी
गाछी सेॅ मिललोॅ भुलावोॅ नै।