सड़क एक
पहाड़ एक
वादियां - दर - वादियां
रूप अनेक
कहीं धूप
कहीं छाँव
कहीं सर्दी
कहीं बूंदा - बांदी
कही वर्षा
कहीं बर्फबारी !
नजर एवं
नजारें अनेक है !
प्रकृति की ऐसी महिमा
देख
गौरव गाथा
गाता है प्रभु
मेरे साथ !
सड़क एक
पहाड़ एक
वादियां - दर - वादियां
रूप अनेक
कहीं धूप
कहीं छाँव
कहीं सर्दी
कहीं बूंदा - बांदी
कही वर्षा
कहीं बर्फबारी !
नजर एवं
नजारें अनेक है !
प्रकृति की ऐसी महिमा
देख
गौरव गाथा
गाता है प्रभु
मेरे साथ !