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गीत पुरानी पीढ़ी के ये / कुमार रवींद्र
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गीत पुरानी पीढ़ी के ये
इन्हें सँभालो
रक्खो इन्हें संग्रहालय में
काम आयेंगे यही किसी दिन
शायद कभी इन्हीं में खोजें
अर्थ धूप के साँसें कमसिन
अपने नये पॉप-सुर में
मत इनको ढालो
इन्हें पुरानी बीन-बाँसुरी
या सितार ही रास आएँगे
निश्चित है - कल बच्चे-बूढ़े
मंत्र समझकर इन्हें गाएँगे
तब तक तुम भी झूठे
अपने गाल बजा लो
इनमें हैं ढाई आखर के
ऋषि-मुनियों के बोल पुराने
आबोहवा खिले फूलों की
गाँव-गली के पते-ठिकाने
अच्छा हो यदि तुम भी
इनकी आदत डालो