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गीत / बालकृष्ण काबरा 'एतेश' / लैंग्स्टन ह्यूज़
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जो भी गीत तुम जानते हो
उन्हें अन्धेरे से निकाल
तुरन्त एकत्र करो
और
इससे पहले कि
वे पिघल जाएँ
बर्फ़ की तरह
उन्हें
फेंक दो
सूर्य पर।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’