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गीत / लैंग्स्टन ह्यूज़ / उज्ज्वल भट्टाचार्य
Kavita Kosh से
अन्धेरे में बैठा हुआ
मैं उसे गीत सुना रहा था ।
वह बोली —
‘ये लफ़्ज़
मुझे समझ में नहीं आते ।’
मैंने कहा —
‘इनमें
लफ़्ज़ नहीं है ।’
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य