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गोटी / भरत ओला
Kavita Kosh से
जब-तब चौपड़ बिछेगी
तब-तब
गोटियाँ पिटेंगी
खिलाड़ी है
पासा फेंकना
जानते हैं
उनके पौ-बारह-पच्चीस
सुख लूटेंग
गोटियाँ पीटेंगे