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गोर-गोर, साँवर-साँवर / सतीश मिश्रा

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बाँध के मुरेठा आउ चुनरी सम्हार गोर-गोर, साँवर-साँवर
चलतइ किसनिआँ किसान गोर-गोर, साँवर-साँवर।

हर, बैल, पालो, बीहन लेके पनपिअरवा गोर-गोर, साँवर-साँवर
खेतवा के जोते, छींटे धान गोर-गोर, साँवर-साँवर।

बदरा में बदरी के छितरल टुकड़िया गोर-गोर, साँवर-साँवर
देख-देख हुलसइ परान गोर-गोर, साँवर-साँवर।

एकरे से धोती किनतइ, चुनरी, बुसटवा गोर-गोर, साँवर-साँवर
करतइ चूड़वो नेवान गोर-गोर, साँवर-साँवर।

बधिआ से सेजिआ ले गम गम गमकतइ गोर-गोर, साँवर-साँवर
देस के परौतइ अरमान गोर-गोर, साँवर-साँवर।