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घर की दूरी / उदय प्रकाश
Kavita Kosh से
आलू दो रुपए किलो थे
मैंने डेढ़ किलो ख़रीदे ।
अगर ये आलू
जो झोले के अँधेरे में हैं
रास्ते में कहीं
हरी मिर्चों में बदल जाएँ
अदरक या धनिया हरी पत्ती बन जाएँ
तो पत्नी क्या समझेगी ?
कि ज़रूर मैंने
दोस्तों को चाय पिला दी है
या पान वाले का
उधार पटा दिया है
और अब बहाने बना रहा हूँ ।
मैं बहुत
डर गया
क्योंकि
अभी भी घर दूर था !