छात, तावड़ै सूं लड़ै
म्हारै सारू
छात, तूफान सूं भिड़ै
म्हारै सारू
छात, बिरखा सूं जूझै
म्हारै सारू
पण फेर ई
छात रो पाणी ऊतरै
कीं करणियैं रौ ई ऊतरै
पाणी तो।
छात, तावड़ै सूं लड़ै
म्हारै सारू
छात, तूफान सूं भिड़ै
म्हारै सारू
छात, बिरखा सूं जूझै
म्हारै सारू
पण फेर ई
छात रो पाणी ऊतरै
कीं करणियैं रौ ई ऊतरै
पाणी तो।