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घर में ही लाबारिश हो यह ठीक नहीं है / अंजनी कुमार सुमन
Kavita Kosh से
घर में ही लाबारिश हो यह ठीक नहीं है
अपनों में ही साजिश हो यह ठीक नहीं है
मेरा, मेरा, मेरा, मेरा करते जाना
इतनी ही बस ख्वाहिश हो यह ठीक नहीं है
हीरा हो तो हरदम ही चमकाना अच्छा
यूँ सीसा भी पालिश हो यह ठीक नहीं है
सादा-सादा साफ स्वस्थ-सा स्वाद भरा हो
उन आँतों में पेचिश हो यह ठीक नहीं है
ज्यादा गहरी चोट लगे तो वैद्य बुलाओ
हल्की-फुल्की मालिश हो यह ठीक नहीं है