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घर (2) / मदन गोपाल लढ़ा
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आँगन के आगे बाखळ
बाखळ में जूना खेजड़ा
बरामदे से सटी साळ
साळ में बोदा ढोलिया
रसोईघर के ठीक सामने पळिंडा
पळिंडे में थान पितराणी जी का
कितना छोटा-सा है
मेरा घर
पर उसकी याद
कितनी बड़ी है।