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घूम हाथी, झूम हाथी / विद्याभूषण 'विभू'
Kavita Kosh से
हाथी झूम-झूम-झूम,
हाथी घूम-घूम-घूम!
राजा झूमें रानी झूमें, झूमें राजकुमार,
घोड़े झूमें फौजें झूमें, झूमें सब दरबार!
झूम झूम घूम हाथी, घूम झूम-झूम हाथी!
हाथी झूम-झूम-झूम,
हाथी घूम-घूम-घूम!
धरती घूमें, बादल घूमें सूरज चाँद सितारे!
चुनिया घूमें, मुनिया घूमें, घूमें राज दुलारे!
झूम-झूम घूम हाथी, घूम झूम-झूम हाथी!
हाथी झूम-झूम-झूम!
हाथी घूम-घूम-घूम!!
राज महल में बाँदी झूमें, पनघट पर पनिहारी,
पीलवान का अंकुश घूमें, सोने की अम्बारी!
झूम झूम, घूम हाथी, घूम झूम-झूम हाथी!
हाथी झूम-झूम-झूम!
हाथी घूम-घूम-घूम!
-साभार: बालसखा, अक्तूबर 1940, 424