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घोड़ा तऽ उड़ाबै छै सुगना / मैथिली लोकगीत
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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
घोड़ा तऽ उड़ाबै छै सुगना
ठेंगही तऽ बाँध पर
घोड़ा आब उड़ाबै छै बरूआ
आब ठेंगही के बाँध पर ने हय।
आब पलक तँ घड़ी मे
आब पले तँ घड़ीमे जुमि गेलै
बराँटपुर के परती पर ने हय-2
आ जुमि गेलै बरियाती जखनी
राजा के ड्योढ़िया पर ने हय
लागल छै आइ सभुआ
आ भरल कचहरी छेलै
राजा तऽ बराँट केऽ
आ भरल कचहरी छेलै
राजा तऽ बराँट के ने हय।