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घोलो री नंणद मेंहदी के पात / हरियाणवी

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घोलो री नंणद मेंहदी के पात रगड़ रचाओ मेंहदी जी राज
नणद रचाए हाथ और पां हम नै रचाई चिटली आंगली जी राज
झूठी सी रची हाथ और पां जुलम रची सै चिटली आंगली जी राज
नहा ले री धो ले कर ले सिंगार पट्टी झूला ले सच्चे मोतियां की राज
होली री भावज म्हारे री साथ आज मिला दूं बीरा आपणै ते जी राज
खोलो रे बीरा बजर किवाड़ सांकल खोलो लोहे सार की जी राज
नहीं खुले बजर किवाड़ सांकल खुले ना लोहे सार की जी राज
रिमझिम बरसै सै मींह बाहर भीजै तेरी गोरड़ी जी राज
खुल गए बजर किवाड़ सांकल खुल गई लोहे सार की जी राज
लई धण हेवड़े कै ला आंसू तो पूंजै पंच रंग चीर कै जी राज
जीवो जी नणदल थारे बीर सदा सुहागण म्हारी नणदली जी राज
द्यूँगी री नणदल बुगचे की तील छटे महीने सीधा कोथली जी राज