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चट्टान / नरेन्द्र जैन

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यहाँ चट्टान न होती
तो उबल रहा होता ज्वालामुखी

ज्वाला मुखी न होता
तो मैदान होता

मैदान होता
तो पानी की झील होती

झील न होती तो
रेगिस्तान फैला होता

रेगिस्तान न होता तो
आदिम गुफ़ाएँ होतीं

गुफ़ाएँ न होतीं तो
हवाएँ यहाँ ज़रूर
बह रही होतीं

यह फ़िलहाल
एक विशालकाय चट्टान है

सन्दर्भ :
चट्टान=विदिशा में लोहांगी