भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
चन्द्रवदनि नवकामिनि सजनी गे / मैथिली लोकगीत
Kavita Kosh से
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
चन्द्रवदनि नवकामिनि सजनी गे
यामिनि अति अन्हियारि सजनी गे
सखि संग केलिगृह सजनी गे
कर पंकज दीप बारि सजनी गे
पवन झकोर जोर बहु सजनी गे
तैँ धरू आँचर झाँपि सजनी गे
देखि उर अति सुन्दर सजनी गे
दीप राशि उठू काँपि सजनी गे
जाइत दखल पथ नागरि सजनी गे
आगरि सुबुधि सेआनि सजनी गे
कनकलता सन सुन्नरि सजनी गे
विधि निरमाओल आनि सजनी गे
गजगामिनि जकाँ चलइत सजनी गे
देखइत राजकुमारि सजनी गे
जनिका एहन सोहागिन सजनी गे
पाओल पथ चारि सजनी गे
नील वसन सन घेरल सजनी गे
सिर लैत चिकुर सम्हारि सजनी गे
भ्रमर लोभित रस पीबय सजनी गे
बैसल पाँखि समारि सजनी गे