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चमकता चेह्रा है किसका सवाल यह भी है / राजमूर्ति ‘सौरभ’
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चमकता चेह्रा है किसका सवाल यह भी है
चरित्र किसका है कैसा सवाल यह भी है
भटकता कौन है प्यासा सवाल यह भी है
है किसके क़ब्ज़े में दरिया सवाल यह भी है
ज़रूरी सबके लिए हैं ये रोटियाँ लेकिन
ज़ियादा कौन है भूखा सवाल यह भी है
सवाल कैसा है ये बात अह्म है लेकिन
जवाब कैसा है ,पुख़्ता सवाल यह भी है
यही नहीं कि अँधेरा है कितना ताक़तवर
डरासा क्यों है उजाला सवाल यह भी है
हमारी आँख में आँसू के ये क़तरे क्यों हैं
तुम्हारी ओर से अच्छा सवाल यह भी है
सवाल येही नहीं किसने लिखा है कितना
अदीब कौन है सच्चा ,सवाल यह भी है