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चमत्कार / संगीता गुप्ता
Kavita Kosh से
अपने आपको
मिटा देगी -
इस हठ से
बांट दिया
स्वयं को
असंख्य टुकड़ों में
खंडों में बंटी वह
पूर्ण हुई