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चलो पढ़ाई कर लें हम / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
समय बचा अब बिलकुल कम,
चलो पढा़ई कर लें हम।
अगले माह परीक्षा है,
मौसम कितना अच्छा है।
ना बारिश है ना सर्दी,
गरमी में भी है नरमी।
सुबह-शाम हर रोज़ पढ़ें,
नहीं किसी से अभी लड़ें।
पूरा पढ़कर ही लें दम।
अंक हमें अच्छे लाना,
सौ में पूरे सौ पाना।
फिर हम मौज मनाएंगे।
नाना के घर जाएंगे,
नानी प्यार लुटाती हैं,
रोज प्रभाती गाती हैं।
देती रसगुल्ले चमचम।