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चलो मनाए पिकनिक / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
चलो,
मनाएँ हम भी पिकनिक!
नदी किनारे रामबाग है,
रामबाग है हरा-भरा,
फूलों की घाटी है सुंदर
जैसे जादू वहाँ भरा।
पिकनिक वहीं मनाएँगे हम
छुट्टी है, प्यारा इतवार,
दीदी ले लो टेप-रिकार्डर
डांस करूँगा मैं इस बार।