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चाँद के चेहरे पे / रमेश तैलंग

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चाँद के चेहरे पे रात का डिठौना.
देखो जी, देखो जी,देखो, देखो न.

चौदह दिनों तक था आधा अधूरा,
पूनम के घर आया आज भरा-पूरा.
चाँदी की थाली में गोल-गोल सोना.
देखो जी, देखो जी, देखो,देखो न.

आएगी काली-कलूटी अमावस
ले जाएगी फिर चुराकर इसे बस
आँखों से दूर जा बसेगा सलोना.
देखो जी, देखो जी, देखो, देखो न.