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चाँद बड़ा है / रणजीत
Kavita Kosh से
ज्ञानों का विज्ञानों का सब सार यही है
शोधन का अन्वेषण का विस्तार यही है
कि धरती से भी, सूरज से भी चाँद बड़ा है!
चाँद बड़ा है
किन्तु नहीं इसलिए
कि उसकी परिधि का विस्तार ज्यादा है
न इसलिए ही
कि उसकी प्रति ईकाई आयतन में भार ज्यादा है
बल्कि केवल इसलिए
कि चाँद है वह
और चाँद होना ही स्वयं बड़ा होना है!