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चान मामा आरे आ / श्रीस्नेही
Kavita Kosh से
चान मामा आ रे आ नुनुआ हँसैलेॅ जा!
दूध-बतासा मिसरी माखन नुनुआ केॅ देलेॅ जा!!
बैठली दादी काटै छै चरखा!
जाड़ऽ के रात कि भादो के बरखा!!
नूनू केॅ अंगा-टोपी पिन्हावैलेॅ दादी काजर लेलेॅ आ!
तोहें धरती अकाशऽ के राजा!
उफरैं-ऊफरैं बजाबै छऽ बाजा!!
हमरऽ नूनू केॅ नींदऽ नै आवै चानी के मलना सुतैलेॅ जा!
तोर्हऽ अंगना भकभक इंजोरिया!
हमरऽ अंगना-घरें अंधरिया!!
अपनाऽ इंजोरिया बेटी के साथें हमरऽ नूनू बिहैलेॅ जा!