चार हवाएँ / सेरा टीसडेल / लाल्टू
"चार हवाओ, आस्माँ में बहती हो,
मरते देखा है तुमने बेचारी कुँवारियों को,
मुझे गुर सिखाओ कि कैसे
मेरा आशिक सच्चा रहे।"
कहा दक्खिनी हवा ने तब,
“न देना उसको होंठों पर बोसा,”
बोली पच्छिम की हवा,
“चोट देना उसके सीने में धड़कते दिल को,”
और पूरब से हवा यह बोली,
“खाली पेट भेज देना वापस दावत से उसको,”
और उत्तरी हवा की थी सलाह ये,
“तूफ़ानों में झोंके रखना उसे
जब उससे भी ज़्यादा तुम निर्मम हो जाओगी
उसका प्यार तब भरपूर पाओगी।"
अंग्रेज़ी से अनुवाद : लाल्टू
और लीजिए अब पढ़िए मूल अँग्रेज़ी में यही कविता
Four Winds
“Four winds blowing thro’ the sky,
You have seen poor maidens die,
Tell me then what I shall do
That my lover may be true.”
Said the wind from out the south,
“Lay no kiss upon his mouth,"
And the wind from out the west,
“Wound the heart within his breast,"
And the wind from out the east,
“Send him empty from the feast,"
And the wind from out the north,
“In the tempest thrust him forth,
When thou art more cruel than he,
Then will Love be kind to thee.”