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चाहे हमें झिझकारि दुराइए चाहे हमें लेलकारि डेरावो / महेन्द्र मिश्र
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चाहे हमें झिझकारि दुराइए चाहे हमें लेलकारि डेरावो।
चाहे जू मारिए पीटिए जू चाहे लछुमन के ढिग बान्ह गिरावो।
नाव रहे इया जाय हमारो चाहे धनुबान से काटि गिरावो।
दास महेन्द्र की आस यही पग धोवे बिना नहीं नाव चढ़ावों।