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चिंतामणि-3 / हरिओम राजोरिया
Kavita Kosh से
चिन्तामणि की मृत्यु से
खाली हो गया खाली स्थान
चिन्तामणि भ्रम थे
उनकी मृत्यु भी भ्रम है
व्यसन थे चिन्तामणि
चिन्तामणि बन गये थे हमारी आदत
हमें अब विकल्प चाहिए
विकल्प नहीं, हमें तो चिन्तामणि ही चाहिए।