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चिट्ठी का संदेश / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
चिट्ठी में है मन का प्यार,
चिट्ठी है घर का अखबार!
इसमें सुख-दुख की है बातें
प्यार भरी इसमें सौगातें,
कितने दिन कितनी ही रातें-
तय कर आई मीलों पार!
यह आई मम्मी की चिट्ठी
लिखा उन्होंने-प्यारी किट्टी,
मेहनत से तुम पढ़ना बेटी,
पढ़-लिखकर होगी होशियार।
पापा पोस्टकार्ड लिखते हैं
घने-घने अक्षर दिखते हैं,
जब आता है बड़ा लिफाफा-
समझो, चाचा का उपहार!
छोटा-सा कागज बिन पैर
करता दुनिया भर की सैर,
नए-नए संदेश सुनाकर
जोड़ रहा है दिल के तार!