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चिड़िया की नियति / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल
Kavita Kosh से
बहेलिया
प्रसन्न है
उसने अन्न के ऊपर
जाल बिछा दिया है
भूख की मारी
चिड़िया
उतरेगी
ही।