मै नहीं पहुँचूँगा
तुम तक
पहुचेंगे मेरे एहसास
कुछ शब्द बनकर...
और बिखर जाएंगे
तुम्हारे इर्दगिर्द
चुन लेना उनको
फ़ूल समझकर
या तज देना
काँटे समझकर
मै नहीं पहुँचूँगा
तुम तक
पहुचेंगे मेरे एहसास
कुछ शब्द बनकर...
और बिखर जाएंगे
तुम्हारे इर्दगिर्द
चुन लेना उनको
फ़ूल समझकर
या तज देना
काँटे समझकर